chennai super kings vs kolkata knight riders match scorecard | Csk vs Kkr highlights

Chennai Super Kings vs Kolkata Knight Riders Match Scorecard | Csk vs Kkr Highlights

बड़े बेआबरू होकर तेरे कूचे से हम निकले
बहुत निकले मेरे अरमा मगर जरा कम निकले

सीएसके फैंस की यही कहानी है क्योंकि जिस धोनी के सामने सीएसके की लेगसी को बनते हुए सीएसके फैंस ने साल दर साल देखा, उसी धोनी की अगुवाई में चेपॉक का किला जब ढहाया जा रहा था, तो सीएसके फैंस ये समझ नहीं पाए कि यह मौजूदा दौर की सीएसके टीम मैच खेलने आई है या पेड़-पौधा लगवाने आई है।

हाँ, सीएसके ने टी20 मैच में, जहां सिर्फ 120 गेंदें फेंकी जाती हैं, वहां पर 61 डॉट बॉल खेली। इससे पर्यावरण को तो फायदा हुआ — 30,500 नए पेड़ जो हैं, वो सीएसके के चलते लगाए जाएंगे। लेकिन सीएसके के फैंस बेआबरू होकर निकले। वो समझ नहीं पा रहे कि यार ऐसा कैसे हो सकता है कि अपने घर में ही इंसान खेलना भूल जाए? ऐसा कैसे हो सकता है कि 11 लोग खेलने उतरे और किसी एक का भी इंटेंट नज़र ना आए?

ऐसा कैसे हो सकता है कि वो टीम जो 2008 से लेकर 2023 तक डोमिनेट करती आई, अपने घर में अभेद रहती थी, वह आज क्लब लेवल की टीम बनती नज़र आ रही है?

आईपीएल के इतिहास में सीएसके का यह लोएस्ट स्कोर था — 103 रन 20 ओवर में। और जब सीएसके की पारी 103 पर खत्म हुई, तो सारी दुनिया ने कहा कि यह टीम जीतने लायक है ही नहीं। आप किसी कीमत पर जीत नहीं सकते, क्योंकि सारी दुनिया जब मॉडर्न डे क्रिकेट की तरफ गई है, तो सीएसके दादा आज़म और डायनासोर के ज़माने में चली गई है।

शायद यही वजह है कि 2025 का यह लोएस्ट स्कोर था सीएसके के घर में। केकेआर ने उसे बताया कि कैसे बल्लेबाज़ी की जाती है, कैसे गेंदबाज़ी की जाती है, किस तरह से इंटेंट दिखाया जाता है। यह कौन सा मैच है जहां पर 17 ओवर दो गेंद में आप 79/4 होते हैं?

अब तो सीएसके के फैंस भी शर्मिंदा हो रहे हैं — यार, कि हम क्या सपोर्ट करें? आठ विकेट से केकेआर ने हराया है। 9.45 ओवर में मैच खत्म कर दिया। चेपॉक का किला जो है, वो पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। जिस चेपॉक में 17 साल से आरसीबी नहीं जीती थी, उसने हरा दिया। जिस चेपॉक में दिल्ली 15 साल से जीतने का ख्वाब देख रही थी, उसने आकर ढहा दिया। केकेआर के सामने भी यह हारे।

इतिहास में पहली बार हुआ कि केकेआर ने इस मैच में जो हराया, उसके बाद सीएसके लगातार चेपॉक में तीन बार हार गई। इतिहास में पहली बार हुआ है कि धोनी की टीम जो है, वो पांच लगातार आईपीएल मैच हारी, तीन लगातार अपने घर पर हारी। अपने घर पर इतना लोएस्ट स्कोर रखा।

मतलब हार-जीत क्रिकेट का हिस्सा है, लेकिन हार-जीत से परे अगर आप खेल ही नहीं रहे हैं या दोनों टीमों में इतना डिफरेंस क्रिएट हो गया है, तो एक दर्शक के तौर पर हम ये कह सकते हैं कि इस साल सीएसके का जो सफर है, वो यहीं पर खत्म नजर आता है। ये टीम खत्म नजर आती है और ऐसा लगता है कि ये टीम वो टीम है जो ऑक्शन टेबल पर ही हार गई थी।

किन खिलाड़ियों पर दांव लगाया? उन पर जो 17 ओवर में 79 बनाते हैं। केकेआर ने पावर प्ले के बाद 6 ओवर में 71 बनाए थे और धोनी की टीम 18वें ओवर में 79 थी। और यहीं से आप समझ सकते हो कि क्या कहानी थी। और इसी वजह से शायद आज अपनी हिस्ट्री का सबसे शर्मनाक हार जो है, वो झेलनी पड़ी धोनी की टीम को। क्योंकि इससे पहले मुंबई ने हराया था 12.2 ओवर में, आज वो हारे हैं 10.1 ओवर में।

103 जो बनाए गए थे सीएसके की तरफ से 20 ओवर में, टुकटुक टुकटुक करते हुए, उसे केकेआर ने सिर्फ 10 ओवर एक गेंद में खत्म कर दिया। 107 रन बनाए और 59 गेंद रहते यह मैच जीत लिया। इतिहास है — इतनी गेंदों से कभी भी सीएसके नहीं हारी।

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59 गेंदों से मैच हारना — इससे पहले दो बार रोहित शर्मा ने इस तरह से इन्हें हराया था। अब रहाणे भी वो कप्तान हो गए।

वेरी डिसअपॉइंटिंग, वेरी डिसहार्टनिंग टू सी — क्योंकि सीएसके का बहुत बड़ा ओरा है, धोनी साहब का बहुत बड़ा ओरा है, और अपनी ही बनाई हुई प्रतिष्ठा को महेंद्र सिंह धोनी अपनी आंखों के सामने बर्बाद होते देख रहे हैं। उनके फैसले, उनकी टीम के फैसले खराब हो रहे हैं। और यही वजह है कि वो बुरी तरह हार रहे हैं।

एमएस धोनी की अच्छी खासी लेगसी रही है। और उस लेगसी को देखकर मन में सवाल आ रहा था कि क्या धोनी की टीम में एक ऐसा खिलाड़ी नहीं है जो सुनील नारायण की तरह बल्लेबाज़ी या गेंदबाज़ी कर सके? क्योंकि नारायण जब गेंदबाज़ी करने आए, तो फिर सीएसके वालों को हवा नहीं लगी। चार ओवर में तीन विकेट, 13 रन देकर। और जब वो बल्लेबाज़ी करने आए, तो 18 गेंदों पे 44 रन।

सीएसके की टीम में आप सोचिए — 61 डॉट बॉल! मतलब 10 ओवर जो हैं, वो खाली डॉट बॉल का ये लोग खा गए।

और यहां नारायण जैसा खिलाड़ी — 4 ओवर 13 रन 3 विकेट और 18 गेंद पे 44 रन। सीएसके टीम में एक खिलाड़ी ऐसा नहीं है जिस पर इंटेंट नजर आ रहा हो। पिछले मैच में कॉन्व चले थे तो स्ट्राइक रेट कमजोर था। रचिन रवींद्र बैटिंग करना भूल गए। राहुल त्रिपाठी, दीपक हुड्डा जैसे दगे हुए कारतूसों को लाकर वो आईपीएल में ट्रॉफी जीतने का ख्वाब दिख रहे हैं।

राहुल त्रिपाठी, दीपक हुड्डा, विजय शंकर — ये क्या ऑक्शन में बेस्ट बाय थे सीएसके के? और क्या ऑक्शन में ही यह हार गए थे?

आई मीन, दैट्स क्वाइट क्वेश्चनेबल कि ऑक्शन में आपने क्या किया था। और उसी का नतीजा है कि आज आपको पथिराना को बैठाना पड़ा क्योंकि आपके वहां बैटिंग ही नहीं थी। जिस विजय शंकर को आपने बैटिंग करने भेजा, वो 4 गेंद पर जीरो बनाकर गए।

Chennai Super Kings vs Kolkata Knight Riders Match Scorecard

आप सीएसके की बैटिंग देखिए:

  • रचिंद्र रवि — 9 गेंद में 4 रन
  • कॉन्व — 11 बॉल 12 रन
  • राहुल त्रिपाठी — 22 गेंद 16 रन
  • विजय शंकर — 21 गेंद 29 रन
  • शिवम दुबे — इकलौते खिलाड़ी थे जिन्होंने थोड़ी बहुत कोशिश की
  • अश्विन — 7 गेंद पर 1 रन
  • एमएस धोनी — 4 गेंद पर 1 रन
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Chennai Super Kings vs Kolkata Knight Riders Match Scorecard

केकेआर के गेंदबाज जैसे 90s की ऑस्ट्रेलिया टीम लग रहे थे।

  • मोइन — 4 ओवर, 1 मेडन, 20 रन, 1 विकेट
  • हर्षित राणा — 4 ओवर, 16 रन, 2 विकेट
  • वरुण चक्रवर्ती — 4 ओवर, 22 रन, 3 विकेट
  • नारायण — 4 ओवर, 13 रन, 3 विकेट

आई मीन, कहीं दूर-दूर तक कुछ नहीं था। और यही वजह है कि एक तरफा मैच रहा। ना सिर्फ एक तरफा मैच रहा, बल्कि सीएस के फैंस के लिए वर्स्ट टाइम था।

कई बार मन में सवाल है — क्या सजेशन दोगे इस टीम को? एसआरएच मैच हार रही है, लेकिन उनकी टीम में दमखम है। मुंबई हार रही है, लेकिन वहां एक दो खिलाड़ी बदलो तो टीम चल सकती है। लेकिन सीएसके की समस्या यह है — सीएसके ऑक्शन में ही हार चुकी है। सारे बड़े प्लेयर गायब हो गए, नए लाए नहीं गए। ऋतुराज गायवाड़ का जाना सोने पर सुहागा हो गया।

वैसे ऋतुराज के लिए अच्छा रहा क्योंकि उन्हें इस टीम के लिए गालियां पड़ रही थीं जो वो डिज़र्व नहीं करते थे। बीते दो-तीन सालों से वो अकेले टीम को संभाल रहे थे।

कॉन्व टी20 के प्लेयर नहीं हैं। रचिन रवींद्र का कोई शानदार रिकॉर्ड नहीं है। विजय शंकर 3D प्लेयर नहीं हैं। शिवम दुबे स्ट्रगल कर रहे हैं। जडेजा रिटायरमेंट के करीब हैं। अश्विन सिंपैथी कोटा पे खेल रहे हैं।

दीपक हुड्डा? एक सीज़न फ्लूक।

  • 2023: 12 मैच, 84 रन
  • 2024: 11 मैच, 145 रन
  • 2025: 3 मैच, 7 रन

राहुल त्रिपाठी?

  • इस साल: 4 मैच, 46 रन, 97 स्ट्राइक रेट
  • पिछले साल: 165 रन
  • उससे पहले: 273 रन

क्यों लिया गया? पता नहीं।

क्या आप जोस बटलर नहीं ले सकते थे? फिल सॉल्ट नहीं ले सकते थे? केएल राहुल ऑप्शन में नहीं थे? आपने किसी पर दांव नहीं लगाया — एंड दैट इज द रीजन, आप क्यों हार रहे हैं।

हार केकेआर की भी हुई है। लेकिन केकेआर में खिलाड़ी हैं। आपने रहाणे को क्यों छोड़ा? कोई नहीं जानता।

नतीजा — आप ऑक्शन टेबल में हार गए। और 10 साल की समझ रखने वाला बच्चा भी कह सकता है कि इस साल सीएसके फिनिश हो चुकी है।

कोई चमत्कार, कोई अनहोनी ही इस स्थिति से सीएसके की कहानी पलट सकती है।

सीएसके ने 2010 में भी कमबैक किया था पांच मैच हारने के बाद। लेकिन वो टीम अलग थी। इस टीम को देखकर कोई भी कह सकता है — ये टीम फिनिश हो गई है।

एंड दैट्स द हार्श रियलिटी।

और इसीलिए हम अंत भी वहीं से करेंगे जहां से हमने शुरुआत की थी:
“बड़े बेआबरू होकर तेरे कूचे से हम निकले
बहुत निकले मगर मेरे अरमा जरा कम निकले…”

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